प्रतीत्यसमुत्पाद को गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का सार कहा जाता है। कालान्तर में जैन धर्म दो सम्प्रदायों श्वेताम्बर एवं दिगम्बर में बँट गया। जैसे ही आपका वीडियो अपलोड हो जाता है उसे दिन के समय में अपलोड करे अगले पेज पर आप देख पाएंगे कि आपके द्वारा चुना हुआ डोमेन https://moneyideahindi.com/