मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं कपीश्वर —- राम गीत तु गाता आ.—- नहीं आये तो हनुमाना.—- श्री राम जी ओर सीता मैया कि दुहाई.—- शब्द साँचा.—- पिंड कांचा.—- फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा.—- ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय- लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥१८॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं । श्री रामचन्द्र वीर हनुमान https://mahavidya83715.slypage.com/36170709/5-essential-elements-for-hanuman-chalisa